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मोहब्बत मुझे छोड़ गयी, नफरत ने संभाल लिया,
दोस्ती तेरी जरुरत नहीं मुझे दुश्मनों ने पाल लिया।
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कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा।
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चाहता हूँ कि भूल जाऊँ तुम्हें,
और ख़ुद भी न याद आऊँ तुम्हें!
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अब समझ लेते हैं मीठे लफ़्ज़ की कड़वाहटें,
हो गया है ज़िंदगी का तजुर्बा थोड़ा बहुत।
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ना कर मुझसे बेईम्तिहा मोहब्बत तू।।
गर दो घुट शराब के बाद बेवफ़ाई करनी है।।
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ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया।
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया।
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आदत उनकी कुछ इस तरह हो गई,
उनकी बेरुखी से भी मोहब्बत हो गई…
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वही मुझको अकेला कर गया ,
जो दुआ में मुझे मांगता था कभी….
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उनको अपना बनाने की कोशिश,
कर गई अपनो से दुर मुझे….
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बड़ी मुश्किल से सीखा है, खुश रहना उसके बगैर,
अब सुना है, ये बात भी उसे परेशान करती…
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कभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगी जरूर,
कि हासिल होने की उम्मीद ना थी फिर भी मोहब्बत करता था…
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Khud Ke Kandhon Par Jeena Seekh Eh Sathi,
Insaan Ka Koi Bharosha Nahi Kab Palat Jaye…
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हर वक्त जुबाँ पर यूँ गाली न रखा करो,
ज़हमते बहुत उठा ली,अब ये खून की प्याली न रखा करो।
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किसी ने कहा आपकी आँखे बड़ी खूबसूरत है,
मैने कह दिया कि, बारिश के बाद अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है!
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Two Line Hindi Shayari, Two Line Status, 2 Line Shayari in Hindi
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मोहब्बत मुझे छोड़ गयी, नफरत ने संभाल लिया,
दोस्ती तेरी जरुरत नहीं मुझे दुश्मनों ने पाल लिया।
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कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौर-ए-ज़माँ हमारा।
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चाहता हूँ कि भूल जाऊँ तुम्हें,
और ख़ुद भी न याद आऊँ तुम्हें!
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अब समझ लेते हैं मीठे लफ़्ज़ की कड़वाहटें,
हो गया है ज़िंदगी का तजुर्बा थोड़ा बहुत।
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ना कर मुझसे बेईम्तिहा मोहब्बत तू।।
गर दो घुट शराब के बाद बेवफ़ाई करनी है।।
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ऐ मोहब्बत तेरे अंजाम पे रोना आया।
जाने क्यूँ आज तेरे नाम पे रोना आया।
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आदत उनकी कुछ इस तरह हो गई,
उनकी बेरुखी से भी मोहब्बत हो गई…
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वही मुझको अकेला कर गया ,
जो दुआ में मुझे मांगता था कभी….
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उनको अपना बनाने की कोशिश,
कर गई अपनो से दुर मुझे….
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बड़ी मुश्किल से सीखा है, खुश रहना उसके बगैर,
अब सुना है, ये बात भी उसे परेशान करती…
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कभी ना कभी वो मेरे बारे में सोचेगी जरूर,
कि हासिल होने की उम्मीद ना थी फिर भी मोहब्बत करता था…
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Khud Ke Kandhon Par Jeena Seekh Eh Sathi,
Insaan Ka Koi Bharosha Nahi Kab Palat Jaye…
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हर वक्त जुबाँ पर यूँ गाली न रखा करो,
ज़हमते बहुत उठा ली,अब ये खून की प्याली न रखा करो।
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किसी ने कहा आपकी आँखे बड़ी खूबसूरत है,
मैने कह दिया कि, बारिश के बाद अक्सर मौसम सुहाना हो जाता है!
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