Shayari
Dard Bewafa Hindi Shayari
उसके चले जाने के बाद…हम महोबत नहीं करते किसी से,
छोटी सी जिन्दगी है…किस किस को अजमाते रहेंगे.
तु भी आईने की तरह बेवफा निकला,
जो सामने आया उसी का हो गया.
बिछड़ के तुमसे ज़िन्दगी सज़ा लगती है
ये सांस भी जैसे मुझसे ख़फ़ा लगती है
अगर उम्मीद-ए-वफ़ा करूँ तो किससे करूँ
मुझको तो मेरी ज़िंदगी भी बेवफा लगती है.
मेरी वफ़ा की कदर ना की,
अपनी पसंद पे तो ऐतबार किया होता,
सुना है वो उसकी भी ना हुई,
मुझे छोड दिया था उसे तो अपना लिया होता.
उन्होंने हमें आजमाकर देख लिया,
इक धोखा हमने भी खा कर देख लिया.
क्या हुआ हम हुए जो उदास,
उन्होंने तो अपना दिल बहला के देख लिया.
एक फूल का दर्द उसकी जुकि डाली समजते हे,
बाग की बात बाग का माली ही समजते हे,
ये किस तरह की रात बनाई हे दुनियावाले ने,
दिए का दिल जलता हे और लोग रोशनी समजते हे.
बेवफा तेरा मासुम चेहरा
भुल जाने के काबिल नही।
है मगर तु बहुत खुबसुरत
पर दिल लगाने के काबिल नही.
कभी उसने भी हमें चाहत का पैगाम लिखा था,
सब कुछ उसने अपना हमारे नाम लिखा था,
सुना है आज उनको हमारे जिक्र से भी नफ़रत है,
जिसने कभी अपने दिल पर हमारा नाम लिखा था।
काश उन्हें चाहने का अरमान नही होता,
में होश में होकर भी अंजान नही होता,
ये प्यार ना होता, किसी पत्थर दिल से,
या फिर कोई पत्थर दिल इंसान ना होता!
खुदा ने जब इश्क़ बनाया होगा,
तो खुद आज़माया होगा,
हमारी तो औकात ही क्या है,
इस इश्क़ ने खुदा को भी रुलाया होगा !!
कोई छुपाता है, कोई बताता है,
कोई रुलाता है, तो कोई हंसाता है,
प्यार तो हर किसी को ही किसी न किसी से हो जाता है,
फर्क तो इतना है कि कोई अजमाता है और कोई निभाता है!
हर भूल तेरी माफ़ की..
हर खता को तेरी भुला दिया..
गम है कि, मेरे प्यार का..
तूने बेवफा बनके सिला दिया|
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